आगरा: ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया यूनिवर्सिटी के चेयरमैन सुनील गलगोटिया सहित चार लोगों के खिलाफ 122 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले में आगरा पुलिस ने मंगलवार को दो आरोपियों सुनील गलगोटिया की पत्नी पद्मिनी और बेटे ध्रुव को गुड़गांव से गिरफ्तार कर लिया। सीजेएम कोर्ट से गैरजमानती वॉरंट जारी होने के करीब 18 दिन बाद पुलिस ने यह गिरफ्तारी की है।
आरोप है कि गलगोटिया यूनिवर्सिटी के चेयरमैन ने तीन साल पहले संजय प्लेस स्थित एसई इनवेस्टमेंट कंपनी से 80 करोड़ रुपए का लोन लिया था। यह लोन 24 किस्तों में वापस करना था, लेकिन 10 करोड़ रुपए लौटाने के बाद बाकी देनदारी नहीं दी। इस मामले में डेढ़ महीना पहले इनवेस्टमेंट कंपनी के सहायक मैनेजर ने थाना हरीपर्वत में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। सितबंर माह के अंतिम हफ्ते सीजेएम खलीकुज्जमा ने इस मामले में चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गैरजमानती वॉरंट जारी किए थे।
संजय प्लेस स्थित एसई इनवेस्टमेंट कंपनी के सहायक मैनेजर गिर्राज किशोर का आरोप है कि आरोपियों ने शकुंतला एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी को गलगोटिया यूनिवर्सिटी की मूल संस्था बताकर 80 करोड़ रुपए का लोन लिया था। फाइनैंस कंपनी ने इतना बड़ा लोन गलगोटिया यूनिवर्सिटी के ऐसेट की कीमतें जोड़कर दिया था। इस लोन का पैसा संस्था को 24 किस्तों में ब्याज के साथ लौटाना था।
एसई इनवेस्टमेंट कंपनी का आरोप है कि गलगोटिया विवि की ओर से एक साल के अंदर दो बैलेंसशीट पेश की गई, जिनमें से एक में घाटा होना दिखाया और दूसरी में जिसे यूजीसी में ग्रांट के लिए पेश किया गया उसमें लाभ दिखाया गया। इसी के आधार पर फाइनैंस कंपनी ने चारों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी। सूत्रों की मानें तो गलगोटिया यूनिवर्सिटी के चेयरमैन सुनील गलगोटिया ने हाईकोर्ट से गिफ्तारी से बचने के लिए स्टे ले लिया था।
लेकिन बाकी तीन आरोपियों को अरेस्टिंग स्टे नहीं मिल सका था। शुकुंतला एजुकेशन सोसाइटी की चेयरमैन और सुनील गलगोटिया की पत्नी पद्मिनी और गलगोटिया के निदेशक और उनके बेटे ध्रुव को गुड़गांव से गिरफ्तार कर पुलिस आगरा ले आई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने से पहले उनका मेडिकल कराया। यहां पहॅुचे आरोपियों के अधिवक्ताओं का कहना था कि अरेस्टिंग स्टे होने के बाबजूद आगरा पुलिस जबरन दोनों को गिरफ्तार करके लाई है।